Saturday, April 22, 2017

दुल्हन जीतने के लिए लड़नी पड़ती है खूनी लड़ाई!


 

क्या आपने एक ऐसी जगह के बारे में सुना है जहां दुल्हन पाने के लिए लड़के को अपनी जान की बाजी लड़ानी पड़ती है। ऐसी है एक परंपरा आज भी अफ्रीका के इथियोपिया में जिंदा है जहां सूरी आदिवासी दुल्हन के लिए करनी पड़ती है लड़ाई...सूरी आदिवासियों के बारे में उनकी कुछ ऐसी फोटोज लेकर हम हाजिर है।


दुल्हन के खूनी खेल

सूरी आदिवासी डोंगा परंपरा के अनुसार अभी भी अपना जीवन जी रहे है। सूरी आदिवासियों को दुल्हन से शादी का रिवाज नहीं है बल्कि उसे अपने दम पर लड़ाई लड़कर दूल्हन जीतनी पड़ती है। इस लड़ाई में दो गांव से आने वाले अलग-अलग दूल्हें आपस में लाठियों से लड़ते है इस दौरान उनके शरीर में कोई भी कपड़ा नहीं होता। और दोनों में सो जीतता है उसी को दुल्हन मिलती है। इस लड़ाई में कई बार मौत भी हो जाती है।


खून पीने की परंपरा



लड़ाई लड़ने से पहले सूरी आदिवासी जानवरों का खून पीते है।  कहा जाता है कि खून पीने से उनके शरीर में काफी ऊर्जा आ जाती है जिससे लड़ने वाले के शरीर को काफी ताकत मिलती है। हालांकि इन लोगों के यहां खाने के दौरान भी खून पीने की परंपरा है।







लड़कियों की खूबसूरती की निशानी है डिस्क



इस लड़ाई के दौरान युवक को कुछ ऐसा करना पड़ता  है कि महिला उसकी तरफ आकर्षित हो जाए। जबकि सूरी आदिवासी युवतियां अपने निचले होठों में क्ले डिस्क फंसा कर रखती है। इसके लिए इन युवतियों को अपने आगे के दो दांत भी निकलवाने पड़ते है। यहां इस क्ले डिस्क को खूबसूरती की निशानी माना जाता है।

Friday, April 21, 2017

अंडरवियर जो अपने आप होता है साफ!


सेना चाहे वो किसी भी देश की हो,  सेना के प्रति लोगों का एक भावनात्मक लगाव होता है और हो भी क्यों न, आप सुरक्षित रह सकें इसके लिए देश के जवान अपनी जान की बाजी लगा देते है। लेकिन क्या आप जानते है अमेरिका अपने सैनिकों की छोटी से छोटी बातों का भी पूरा ध्यान रखता है। जैसे अमेरिकी सैनिकों को ऐसे अंडर वियर दिए जाते है जो अपने आप ही साफ हो जाते है।

सैनिकों को इफेंक्शन से बचाने के लिए
हम बात कर रहे है अपने आप साफ होने वाले अंडर वियर की। जिसको विशेषतौर पर मिट्टी और पसीने के चलते होने वाले इंफेक्शन से बचाने के लिए बनाया गया है। इस अंडर वियर की खासियत यह है कि इसे आप लगभग एक महीने तक बिना धोए पहन सकते है।

अंडरवियर बनाने की तकनीक
दरअसल सैनिकों को कई-कई दिन बिना नहाए रहना पड़ता है ऐसे में उन्हें इंफेक्शन होने का खतरा बना रहता है इसी बचाने के लिए एक खास तकनीक से ये अंडर वियर बनाए गए है। इसमें माइक्रोवेव की मदद से कपड़ो में नैनोपार्टिकल्स डाल दिए जाते है। ये नैनोपार्टिकल्स पानी, तेल, बैक्टीरिया और धूल के साथ गुथ जाते हैं। उसके बाद कपड़ों में मिला कैमिकल बैक्टीरिया को खत्म कर प्रेशर बनाता है, और गंदगी बाहर हो जाती है।

130 करोड़ रुपये खर्च हुए अंडरवियर बनाने में
1951 में साइंस फिक्शन फिल्म द मैन इ व्हाइट सूट में नायक एलेक गिनीज ने ऐसे कपड़े पहने थे जो कभी गंदे नहीं होते थे। शायद इसी फिल्म से प्रेरणा लेकर अमेरिका ने ये अंडरवियर बनाए हो। सच्चाई कुछ भी हो फिलहाल आपको बता दें कि इस फ्रैब्रिक को बनाने में अमेरिका ने 130 करोड़ रूपये से ज्यादा खर्च किए है। काश भारत की आर्मी की भी कोई इतनी चिंता करता।